कौन कहता है पैसों में जान नहीं होती अगर ये नहीं होता तो सरकार शराब कारोबारियों पर मेहरबान नहीं होती।

जहां एक और कई जगह सिचाई के साधनो के आभाव में कास्तकार अपनी जमीन वंजर देखकर मायूस है जहां आज भी केवल गंदे पानी के लिए सरकारी तंत्र द्वारा पैसे उगाहे जाते है वहाँ की सरकार लोगों के गले तर करने के लिए शराब कारोबारियों पर मेहरबान हो गयी है । अगर शराब के कारोबारियों के कारोबार का नुक्सान का संज्ञान पहले स्थान पर  लाकर और लोगों की दुश्वारियों का कहीं भी अगर जिक्र नहीं हुवा तो सरकार द्वारा देवभूमि के युवाओं के अखंड विनाश के लिए राज्य में शराब की दुकानों के खुलने का समय बदल दिया गया है जो अपने आप में एक बहुत ही विकाशशील क्रन्तिकारी पहल है, अब सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुलेंगी शराब की दुकानें.

अन्य कई फैसले भी लिए गए कैबिनेट में। जानिये एक नजर में।

1 .मृतक आश्रित से जुड़े नियमों में अब तलाकशुदा बेटियां भी शामिल की गईं.

2.राज्य में ऊर्जा दक्ष नियम %E

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