गाडोलिया :- टेहरी गढ़वाल के गाडोलिया बाजार में नामी कंपनियों के डिब्बा/बोत्तलबंद खाद्य्य सामग्री को दुकानदारों द्वारा बहुत लंबे समय से एम् आर पी से अधिक कीमतों पर वसूला जा रहा है। स्थानीय लोगों के साथ -साथ बाहर से आये यात्रियों को भी उक्त सामान बिना बिल के तथा प्रिंट कीमत से कही ज्यादा कीमत पर बेचा जा रहा है।
सरकार के जी एस टी मिशन की उड़ रही धज्जियां।
आज सुबह ही जब डॉ सोना ने यहाँ स्थित एक दुलन से अमूल की लस्सी के 4 पैकेट खरीदे तो प्रति पैकेट 25 रुपये दुकान द्वारा लिए गए , जबकि अमूल की लस्सी के डिब्बों पर एम् आर पी 20 रुपये अंकित था।
यह लूट का धंदा वर्षों से इस जगह पर होता आ रहा है। यहाँ घनसाली और श्रीनगर को जोड़ने वाला एक तिराहा है जिसका यहां पर मौजूद दुकानदार भरपूर फायदा उठाते है।
यह ओवर रेट का मामला सिर्फ यही तक सीमित नहीं है इसकी जड़े घनसाली से लेकर चमियाला बाजार में भी है।
लोगो का आरोप है की या तो उक्त रेट पर नियन्त्रण करने वाले अधिकारीयों को एक बड़ा हिस्सा इसका मिलता है या वो जानबूझकर इसका संज्ञान नहीं लेना चाहते ।
जन प्रतिनिधियो और आला अधिकारियो का इस रुट पर अधिकतर आना जाना होने के बावजूद भी ऐसे दुकानदारों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। जनप्रतिनिधि वोट बैंक खराब न हो इसलिए ऐसा नहीं करते जबकि शासन प्रशाशन ख़ामोशी से इस रास्ते से निकल जाता है। लोगों और यात्रियों का कहना है की क्या कोई नहीं है जो खुलकर ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कार्यवाही करे।
ओवर रेट की काली कमाई का बिज़नस ज्यादातर ब्रांडेड उत्पादों पर होता है।
ऐसा करने वाले दुकानदारों का कहना है की इसमें कोई कमाई नहीं होती इसलिए एम् आर पी से ज्यादा लेना पड़ता है ।
फिर एम् आर पी का मतलब क्या होता है , कोई ये तो समझाए । क्यों इन उत्पादों पर एम् आर पी का लेबल लगाया जा रहा कंपनी द्वारा।
यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना है की हज़ूर ये लूट कब थमेगी।
कब शाशन प्रशाशन इस और ध्यान देगा । क्या जी इस टी केवल प्रचार प्रसार के लिए हो रहा है।