रिपोर्ट :- आलोक सिंह पौड़ी
पौड़ी में जिलाधिकारी का सख्त रुख-19 लापरवाह अधिकारियों पर भारी पड़ा है, इन में से 17 अधिकारियो को तो अपने पूरे अगस्त माह का वेतन गवाकर इस लापरवाही का खमियाजा भुगतना पड़ा है |
इनमें जिले के दो उपजिलाधिकारी तक शामिल हैं जिसमे एसडीएम कोटद्वार और श्रीनगर समेत जिले के 17 अन्य अधिकारियो की उदासीनता सरकार जनता के द्वार योजना और जिले की जुलाई माह की प्रगति रिपोर्ट अब तक जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत न करने पर साफ़ नजर आई है ।
जिस पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अख्तियार किया है सरकारी योजना को हल्के में लेते हुए इन अधिकारियो ने सरकार जनता के द्वार योजना के तहत आवंटित गॉवो में न तो रात्रि विश्राम किया और न ही इन गावों की समस्याओ की सुध ली ऐसे में इन अधिकारियो की उदासीनता को देखते हुए जिलाधिकारी ने 17 अधिकारियो के अगस्त माह के वेतन पर पूर्णतः रोक लगा दी है।
इनमे मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम कार्यक्रम अधिकारी, जिला पूर्ति जिला ग्रामोद्योग, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी समेत अधिशासी अभियन्ता सिंचाई दुगड्डा, अधिशासी अभियन्ता जलनिगम, ऊर्जा निगम समेत कई आला अधिकारी शामिल हैं ।
जबकि इन 17 अधिकारियो के अलावा भी दो अन्य अधिकारियो के वेतन पर रोक लगी है , जिनकी लापरवाही बाल श्रम रोथकथाम के लिए गठित टास्क फोर्स में नजर आई ।जिलाधिकारी ने बताया की अधिकारियो की बढ़ती लापरवाही में सुधार लाने के लिए ये सख्त कदम उठाया गया है।
साथ ही साथ जिलाधिकारी का कहना है कि जो भी अधिकारी अपनी आख्या दे देंगे उन्हें उनका वेतन दे दिया जाएगा।
वीडियो बयान :- (जिलाधिकारी पौड़ी)