पहाड के लिये राज्य गठन के १७ साल बाद भी मुलभूत सुविधा नही जुटा पायी सरकार । सरकार द्वारा कुछ वर्ष पूर्व मे १०८ सेवा संचालित की थी परन्तु पहाड मे आज वो सेवा दम तोड रही है ।
टेहरी गढ़वाल :- कल रात मोल्ठा गॉव ढुगंमन्दार मे भी वही हुआ जब १०८ की सेवा उपलब्ध नही हो पायी तो प्रसव पीडा के कारण महिला को हीरामणि ममगाईं जी के दुग्ध वाहन से पिलखी स्वस्थ केन्द्र पहुंचाया जा रहा था परन्तु सुविधाओ के अभाव मे महिला ने रास्ते मे ही बच्चे को जन्म दे दिया । ये भगवान् क्या प्रसूता को अब ऐसे दिन देखने बाकी रह गए जब हम डिजिटल भारत की बात कर रहे हैं।
कभी 108 एम्बुलेंस का ब्रेक फेल होता है ,
कभी मरीजों को कूडा़ वाहन द्वारा ले जाया जा रहा है, तो कभी दुग्ध वाहन में ले जाया जा रहा आये दिन कुछ ना कुछ शिकायतें हर तरफ से आ रही आ रही है।
आखिर ऐसी क्या वजह है कि सब कुछ देखने के बाद भी अनदेखा कर रही है सरकार ? क्यों 108 सेवा के लिए अभी तक कोई निर्णय पर नहीं पहुँच रही सरकार।
अगर जल्द से जल्द 108 की सुध नहीं ली तो वह दिन दूर नहीं जब को्ई बडी़ अनहोनी हो !
क्या वाकई डबल इंजन पहाड़ की चढ़ाई चढ़ने से पहले ही हांफने लगा है।
कहीं ये किसी घोटाले की आंच साबित न हो।