- प्रभाकर भट्ट:- 108 सेवा की लपारवाही फिर खुलकर आई सामने।
आज 108 के अंतर्गत चल रहे खुशियो की सवारी वाहन चमियाला से कु० शिवानी उम्र- 8 वर्ष को जिला अस्पताल ले जाते हुऐ उठड्ड के पास खराब हो गई ।
वहां से बडी मशक्कत के बाद प्राईवेट वाहन से कुमारी शिवानी को जिला अस्पाताल पहुँचाया गया।
108 सेवा का यहा पहला मामला नही विगत 6 महीने से टिहरी ही नही बल्की अन्य जनपदो मै भी यहा सेवा लोगो की जिन्दगी के साथ खिलवाड कर रही है इस ओर न तो सरकार न ही कम्पनी प्रबन्धन का ध्यान है । बात टिहरी जनपद की करे तो यहा पर 108 सेवा की 12 गाडिया तथा टिहरी झिल मै एक बोट भी तैनात है इसके साथ ही लगभग 8 खुशियो की सवारी के वाहन है पर इनमे से अधिकाश वाहन जीर्ण- शीर्ण स्थिति मे है जहा पर ये वाहन खराब पडे हुए है वह पर खुशियो की सवारी द्धारा मरिजो को अस्पताल पहुचाया जा रहा जबकी इन वाहनो मै आक्सीजन तक सुविधा भी उपल्बध नही है रात 8 बजे के पश्चात 108 को फोन करने पर आधिकाश वाहन तकनिकी रुप से खराब बताये जाते है वही बात इनमे कार्यरत कर्मचारियो की करे तो इनको विगत तीन माह से वेतन का भुगतान नही हुआ है साथ ही नवम्बर 2016 से इनके याञा ब्यय व गाडियो के रखरखाव के ब्यय का भुगतान नही हुआ है जिनसे इन कर्मियो के सामने गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
108 सेवा पर पेट्रोल पंप मालिक भी अपना भुगतान न होना का आरोप लगाते रहे है।
108 और खुशियों की सवारी दोनों अब डूबती नाव की तरह है।
जानकरी के अनुसार संयुक्त अस्पताल बेलेश्वर अस्पताल के लिए आबंटित खुशियों की सवारी अपने गंतव्य स्थान की जगह पिलखि अस्पताल में रहती है जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों की तकलीफों से किसी को कोई सरोकार नहीं ऐसा जान पड़ता है।