108 के फील्ड कर्मचारियों की दीवाली हुई काली~
टेहरी- जनपद में चल रही 108 सेवा के फील्ड कर्मचारियों को विगत 2 माह से वेतन न मिलने के कारण इन कर्मियो के परिवार वाले मायूस है ज्ञात हो की 108 कर्मी दिन रात 24 घंटे जनपद के दूरस्थ इलाको के लोगो को समय पर अस्पताल में उचित उपचार देते हुए पहुचा ने का काम करते है परंतु 108 चलाने वाली भ्रस्ट कंपनी gvk विगत 9 वर्षो से इन कर्मियो का शोषण करती आ रही है विगत 5 महीने से ये कर्मियो के वेतन के लिए बजट का रोना रो रही थी परंतु विगत माह सरकार द्वारा 6 करोड़ का बजट दिया गया परंतु कम्पनी द्वारा कर्मियो को 2 माह का वेतन देकर इतिश्री कर दी गयी जबकि वर्तमान में इन कर्मियो का 2 माह का वेतन बकाया हो गया है
यही नहीं गत वर्ष नवम्बर माह से इनके बिलो का भी भुगतान नहीं हुआ है और मार्च माह के बाद इनका epf व esic काटा तो जा रहा है पर वह जमा नहीं किया जा रहा और अप्रैल माह से सालाना वेतन वृद्धि का एरिअर भी नहीं दिया गया है
पुरे टेहरी जनपद में 108 सेवा के 13 वाहन 1 बोट व 8 खुशियो की सवारी के वाहन है जिनमे 65 लोग कार्यरत है विकट भौगोलिक परिस्थितियों में न्यूनतम वेतन पर कार्य कर रहे ये कर्मी कम्पनी के इस रवये से काफी आक्रोशित है परंतु लोगो की परेशानियो को ध्यान में रखते हुए ये चुपचाप अपने कार्य में लगे है
एक तरफ जहा हर कर्मचारियों को दीवाली पर 7वे वेतनमान तथा बोनस दिया जा रहा है वही ये कर्मी 10 से 12 हजार में आज भी दिन रात लगे है और वह न्यूनतम राशि भी कंपनी द्वारा विगत 2 माह से रोकी हुई है
इन कर्मियो की स्थिति देखकर यह लगता है की हमारे उत्तराखंड आंदोलन में शहीद होने वाले आंदोलनकारियो ने क्या ऐसे उत्तराखंड की परिकल्पना की थी जिस राज्य में उसी के नौजवान दिन रात मेहनत करके भी शोषित हो रहे हो जबकि अन्य सरकारी कर्मचारी बात बात पर हड़तालों की चेतावनी देकर अपनी मांगे मनवाते हो परंतु ये कर्मी जनता को असुविधा न हो सिर्फ इसलिए चुपचाप काली दीवाली मानाने को मजबूर है